कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन को लेकर आपके सवालों के संभावित जवाब

 

कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन को लेकर देशभर में तैयारियां चल रही हैं। टीकाकरण को लेकर लोगों के जेहन में कई सवाल उठ रहे हैं, इसलिए भारत सरकार ने आमतौर पर पूछे जाने वाले सवालों की प्रश्नोत्तरी जारी की है। इसमें बताया गया है कि वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद संबंधित को वैक्सीन लगवाने के लिए मोबाइल पर मैसेज भेजा जाएगा।

इसमें तारीख, टीकाकरण केंद्र और समय की जानकारी दी जाएगी। टीके के दोनों डोज लगने के बाद लोगों को क्यूआर कोड से सर्टिफिकेट आएगा। पॉजिटिव पेशेंट को ठीक होने के बाद ही टीका लगाया जाएगा और सबसे जरूरी कि बिना रजिस्ट्रेशन कराए किसी को भी टीका नहीं लगेगा।

टीके के बाद आधे घंटे केंद्र पर रुकना होगा
इसमें कहा गया है कि टीका लगवाने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र में स्वास्थ्यकर्मियों की निगरानी में रहना होगा, जिससे साइड इफेक्ट देखे जा सकें। यह भी बताया गया है कि कुल दो खुराक लगेगी। दूसरी 28 दिन के अंतराल में लगाई जाएगी। इसके 15 दिन बाद ही कोरोना से बचाव की एंटीबॉडी विकसित की जाएगी।

जरूरी सवालों के संभावित जवाब जारी किए गए।
जरूरी सवालों के संभावित जवाब जारी किए गए।

फोटो दस्तावेज दिखाना जरूरी
ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य बीमा कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, सांसद/विधायक/एमएलसी का आधिकारिक पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, केंद्रीय/राज्य सरकार/पब्लिक लिमिटेड कंपनी द्वारा जारी आईकार्ड और वोटर आईडी में से कोई एक फोटो वीडियो दिखाना जरूरी होगा।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, जब भी भारत सरकार से वैक्सीन राज्यों को भेजी जाएगी, उसके 24-48 घंटे में कोल्ड चेन मेंटेन करके सभी जगह पहुंचाने की व्यवस्था कर दी जाएगी। मप्र में करीब 4 लाख स्वास्थ्यकर्मियों और 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को सबसे पहले टीका लगाया जाएगा।

मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन की तैयारी

राज्य टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के चार शहरों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में स्टोर की जाएगी। यहां से वैक्सीन को अलग-अलग जिलों में ले जाया जाएगा। MP में जिला स्तर पर 51 जिलों के मास्टर ट्रेनर बना दिए गए हैं, वह ब्लॉक लेवल के अधिकारियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। 31 दिसंबर तक ट्रेनिंग पूरी होने का टारगेट रखा गया है। टीकाकरण तीन फेज में होगा, पहले में हेल्थ वर्कर्स और 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को लगेगा। दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगेगा और तीसरे में अन्य, जिसमें सभी लोग आएंगे। पहले चरण के लोगों का रजिस्ट्रेशन कोविन साॅफ्टवेयर में किया जा चुका है, जिनकी संख्या 4 लाख है। इसमें 50+ उम्र के लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।

आपके सवालों के संभावित जवाब

सवाल- क्या कोई व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग के पंजीकरण के बिना कोविड वैक्सीन लगवा पाएगा?

जवाब- नहीं, पंजीकरण जरूरी है। इसके बाद ही टीकाकरण की जानकारी साझा की जाएगी।

सवाल- क्या फोटोयुक्त पहचान पत्र टीकाकरण स्थल पर दिखाना जरूरी है?

जवाब- पहचान पत्र टीकाकरण स्थल पर पंजीयन और सत्यापन दोनों के लिए जरूरी है, जिससे यह साबित हो सके की टीका सही व्यक्ति को ही लग रहा है।

सवाल- पात्र लाभार्थी के लिए कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?

जवाब- ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य कार्ड, मनरेगा कार्ड, पैन कार्ड, बैंक या डाकघर की पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, सेवा पहचान पत्र और मतदाता पहचान पत्र में किसी एक की जरूरत पंजीयन के दौरान होगी।

सवाल- कोई व्यक्ति कैंसर, डायबिटीज और हाई बीपी की दवा ले रहा है, तो क्या वैक्सीन लगवा सकता है?

जवाब- बिल्कुल, ऐसे लोग ज्यादा जोखिम आते हैं, इन्हें वैक्सीन लगवाना चाहिए।

सवाल- कोरोना का टीका लगवाने के बाद क्या इसके कोई दुष्प्रभाव होंगे?

जवाब- कोरोना की वैक्सीन सुरक्षित व प्रभावी है, लेकिन अन्य टीके की तरह इंजेक्शन वाली जगह पर हल्का दर्द या किसी-किसी को मामूली बुखार हो सकता है। टीका लगवाने के बाद केंद्र में ही आधे घंटे रुकना होगा।

सवाल- क्या कोरोना का टीका सभी लोगों को एक साथ लगाया जाएगा?

जवाब- भारत सरकार ने टीका की उपलब्धता के अनुसार कुछ लोगों को प्राथमिकता में रखा है। पहले नंबर पर स्वास्थ्यकर्मी और अन्य फ्रंटलाइन कर्मचारी होंगे। 50 साल से ऊपर के लोग और 50 से नीचे के लिए लोग जिन्हें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर व कैंसर की बीमारी है।

सवाल- अगर मैं टीकाकरण के लिए पात्र हूं, तो पता कैसे चलेगा?

जवाब- अभी फ्रंटलाइन वर्कर और 50 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जाना है। एसएमएस के जरिए टीकाकरण का दिन, जगह व समय बताया जाएगा।

सवाल- क्या वैक्सीन लगवाना अनिवार्य है?

जवाब- अनिवार्य नहीं, यह स्वैच्छिक है। टीका का पूरा डोज लगवाने से आप खुद को ही नहीं अपने परिजन और दोस्तों का भी कोरोना से बचाव करते हैं।

सवाल- क्या यह वैक्सीन सुरक्षित हैं, क्योंकि इसे बहुत कम समय के परीक्षण के बाद उपयोग की अनुमति दी जा रही है?

जवाब- वैक्सीन का उपयोग तभी किया जाएगा जब नियामक संस्थाओं द्वारा वैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति दे दी जाएगी।

सवाल- क्या कोविड संदिग्ध या पॉजिटिव को वैक्सीन लगेगी?

जवाब- नहीं, ऐसे लोगों के टीकाकरण केंद्र में पहुंचने से दूसरों के संक्रमित होने का खतरा रहेगा। लक्षण खत्म होने के 14 दिन के बाद ही उन्हें प्राथमिकता की श्रेणियों में आने पर टीका लगाया जाएगा।

सवाल- क्या कोरोना से स्वस्थ्य हो चुके व्यक्ति को भी टीका लगवाने की जरूरत है?

जवाब- हां, ऐसे लोगों को भी टीका की तय डोज लगवाना जरूरी है।

सवाल- उपलब्ध कोरोना के कई टीके में एक या अधिक वैक्सीन को कैसे चुनें?

जवाब- देश में ड्रग नियंत्रक द्वारा टीका की सुरक्षा और प्रभाविकता के आधार पर अनुमति दी जाती है। अनुमति प्राप्त सभी टीका सुरक्षित है, पर सलाह यह है कि एक ही वैक्सीन से कोर्स पूरा करें।